Cat Story For Kids in Hindi नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हमने यहां पर चालाक बिल्लियां की कहानी शेयर की है। इन बिल्ली की कहानी से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा एवं जीवन में इसका महत्व समझ आएगा।
बिल्लियां दिखने में काफी प्यारी होती है। लेकिन यह बहुत चालाक और फुर्तीला होते हैं। आज हम आपको इन्हीं खुबसूरत बिल्लियों पर प्रेरणादायक कहानी बताएंगे।
इस पोस्ट पर हमने विभिन्न प्रकार के Cat Short Story in Hindi, Cat Story in Hindi शेयर की है। जो पढ़ने में शायद छोटी लगेगी, लेकिन इसके पीछे आपको एक अच्छी सीख मिलेगी। आपको इसे पूरा जरूर पढ़ना चाहिए।
1. Cat Story For Kids in Hindi– चालाक बिल्ली की कहानी (The Story of Cunning Cat)
एक घने जंगल में था एक बड़ा सा पेड़, इस पेड़ पर रहती थी एक चिड़िया, चिड़िया सबकी मदद करती थी और पेड़ पर रहने वाले पक्षी सब उसको बहुत पसंद करते थे। चिड़िया रोज खाने की खोज में सुबह निकलती थी और शाम को वापस पेड़ में आती थी।
बाकी के सारी पक्षियां भी यहीं करती थी और नजर भी रखती थी की चिड़िया आई या नहीं, एक दिन चिड़िया खाने की खोज से घर से निकली पर वह घर वापस नहीं लौटी, बाकी के पक्षी सोचने लगे की चिड़िया वापस आई क्यों नहीं, इसी दौरान वहां पर आया एक खरगोश जो जंगल में नया-नया आया हुआ था।
वह रहने के लिए जगह ढूंढ रहा था। जब उसने उस पेड़ को देखा खरगोश पेड़ के अंदर बस गया। बाकी के पक्षी ने खरगोश को रोक कर बोला ‘हे खरगोश हमारी दोस्त चिड़िया यहां रहती है वह अभी खाने की खोज में बाहर गई हुई है वह थोड़ी देर में वापस आ जाएगी तो बेहतर है की तुम कोई और जगह ढूंढ लो।
खरगोश ‘अब मैं यहां आ गया और पेड़ में चिड़िया है तो नहीं अब यह मेरा घर हुआ। बाकी के पक्षी सोचने लगे की चिड़िया के वापस आने के बाद इस खरगोश को तो यहां से निकलने ही पड़ेगा।
खरगोश आराम से पेड़ में रहने लगा और अचानक से एक दिन चिड़िया वापस आ गई और उसने देखा की अब उसके घर पर कोई ओर रह रहा था। तुम मेरे घर में क्या कर रहे हो?
खरगोश- जब मैं यहां आया तो इधर कोई नहीं था तो इसलिए मैं यहां पर बस गया. तो अब यह मेरा घर है.
चिड़िया- मैं तो खाने की खोज में बाहर गई थी और अब तुमने यहां कब्जा कर लिया और बोल रहे हो की यह तुम्हारा घर है अगर तुम्हें कोई सबूत चाहिए तो तुम बाकी के पक्षी को पूछ सकते हो की यह मेरा घर है या नहीं.
बाकी के पक्षी वहां आए और उन्होंने बोला था की यह पहले से ही चिड़िया का घर है और खरगोश वहां से चला जाए पर खरगोश बोलने लगा की सारे पक्षी तो चिड़िया के दोस्त हैं ना तो वह उसी का साथ देंगे। तुम्हारे दोस्तों के अलावा हमें किसी ओर को यह बात बताना चाहिए ताकि वह इस बात का फैसला कर सके।
बेचारी चिड़िया को लगा की इसके अलावा कोई ओर रास्ता नहीं है और खरगोश के बात को मान लिया। उसी समय खरगोश ने एक बिल्ली को बुलाया जो उस रास्ते से गुजर रही थी।
बिल्ली गई खरगोश के पास हमारी दोस्त बिल्ली हमें आपकी मदद की आवश्यकता है या आप इस समस्या को हल कर दें। बिना सोचे समझे चिड़िया और खरगोश अपनी समस्या लेकर बिल्ली के पास पहुंच गए उसी समय बिल्ली ने दोनों को एक साथ पकड़ लिया बाकी के पक्षी पेड़ में बैठे हैरान रह गए की यदि यह दोनों किसी अनजान से मदद नहीं मांगते तो आज यह जीवित रहते।
2. चालाक बिल्लियां की कहानी– बंदर और दो बिल्लियां (Two Cats and The Monkey Story)
एक समय की बात है एक घने जंगल में दो बिल्लियां रहती थी एक का रंग काला था और दूसरे का सफेद दोनों बहुत अच्छे दोस्त थी और दोनों हमेशा साथ रहती, साल खेलती और साथ सोती भी थी।
कभी भी दोनों अलग नहीं हुई एक दिन दोनों बिल्लियों को जंगल में खाना नहीं मिला दोनों ने बहुत ढूंढा मगर उनके हाथ कुछ ना लगा।
काली बिल्ली- मुझे लगता है जंगल में खाना नहीं है हमें शहर में जाकर ढूंढना चाहिए, सफेद बिल्ली ने यह सुनकर हां कहा- चलो हम शहर में जाकर तलाश करते है।
दोनों शहर की ओर चल पड़े फिर अचानक उन्हें एक रोटी का टुकड़ा पड़ा मिला। दोनों ने एक साथ छलांग लगाई, और काली बिल्ली बोली- मैंने इस रोटी को पहले देखा तो यह रोटी मैं ही खाऊंगी।
सफेद बिल्ली- बिल्कुल नहीं इसे मैंने पहले देखा है तो मैं ही इसे खाऊंगी। दोनों आपस में तय नहीं कर पा रही थी की कौन रोटी को खाएगा। दोनों ने सोचा की इससे पहले कोई ओर आ जाए इस रोटी को जंगल ले जाना चाहिए और वहीं जाकर तय करना चाहिए।
जब वह दोनों जंगल में वापस आई तब भी यह तय ना हुआ की रोटी को कौन खाएगा। वहीं पर एक बंदर बैठा हुआ था और उसने दोनों को लड़ते देखा उसने सोचा की यह रोटी तो बहुत स्वादिष्ट लग रही है आकाश मुझे यह मिल जाए।
बंदर ने थोड़ा सोचा और फिर उसे उपाय सुझा उसने थोड़ी देर लड़ते देखा और कुछ देर बाद पेड़ से नीचे कूद कर आया। फिर वह बिल्लियों के पास जाकर बोला बहनों तुम इतना क्यों लड़ रहो हो। मैं तुम्हारे लिए इस रोटी को दो बराबर हिस्से में बांट देता हूं।
3. Cat Short Story in Hindi– भूखा चूहा और बिल्ली (Cat and Rat Story in Hindi)
एक दिन जिमी बहुत ही भूखा था और उसको खाने के लिए कुछ ना मिला। उसने हर जगह बहुत ढूंढा लेकिन भोजन के लिए उसको कुछ भी प्राप्त ना हो पाया। कई दिनों तक यहीं हाल रहा जिमी की सारी मेहनत बेकार हो गई क्योंकि कहीं पर भी खाना नहीं था।
अत: जिमी बहुत दुबला-पतला बन गया, एक दिन जिमी कुछ बोरियों के पास चल रहा था अपनी भूख को लेकर तड़प रहा था। उसी समय उसे मक्काई का एक बोरा मिला जिमी मक्काई का बोरा देख हैरान और खुश हो गया।
टोकरी में एक छोटा सा छेद था अंदर घुसने के लिए जिमी के लिए वह छेद काफी था। बिना प्रतिक्षा किए ही जिमी मक्काई पर टूट पड़ा और जल्दी-जल्दी मक्काई खाने लगा।
जिमी एक-एक कर मक्काई को खाता गया। जिमी रूका ही नहीं और धीरे-धीरे उसका पेट बढ़ता ही गया। सारी मक्काई खाने के बाद जिमी बहुत ही मोटा बन गया।
अब बहुत ही देर हो चुकी थी जिमी को यह एहसास होने के लिए की उसने जरूरत से ज्यादा खां लिया पर जिमी बहुत ही संतुष्ट था की वह सारी मक्काई खा गया।
अब जिमी टोकरी के बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, अब जिमी बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था परंतु हो ही नहीं पाया।
टोकरी का छेद छोटा था ना तो जिमी का बड़ा पेट उससे बाहर गया ही नहीं, उसी समय जिमी को अपनी ग़लती का एहसास हुआ। वह मदद के लिए चिल्लाने लगा।
जिमी बहुत डर गया अगर किसी ने उसको देख लिया तो उसकी जान ही चली जाएगी। वह चिल्लाता रहा मदद के लिए लेकिन उसी समय एक बिल्ली जिमी के चिख को सुनकर वहां पर आई।
बिल्ली ने पूछा की क्या हुआ, तो जिमी ने बिल्ली को सारी घटना सुनाई और मदद के लिए बोला, बिल्ली बोली तुम्हें पतला होने तक का इंतजार करना पड़ेगा, तभी टोकरी के बाहर निकल पाओगी।
अब जिमी टोकरी के अंदर ही बेहाल बैठा रहा पतले होने के इंतजार में अब वह अपने पहले परिस्थिति में ही वापस पहुंच गया क्योंकि अब उसको खुद को भूखा रखना पड़ेगा।
शीर्षक: कुछ भी अधिक अच्छा नहीं है।
4. Cat Story in Hindi– बिल्ली, चूहे और गुप्त खजाना (Cat, Rats & Hidden Treasure)
एक समय की बात है एक पुराने बंगले में एक बिल्ली रहती थी। जिसने हजारों चूहों पर राज किया था। वह धोखे से बाकी चूहों के मदद के सहारे बहुत सारा खजाना हड़प लिया करती थी।
चूहों को उसकी यह हरकत बिल्कुल पसंद नहीं आई और उन्होंने उसे सबक सिखाने का सोचा जिससे उसे पता ना चले तो एक घनी नाम के चूहे ने कुछ चूहों को इकट्ठा किया और चुपके से खजाने का ग़लत नक्शा तैयार किया और बिल्ली को दे दिया।
घनी बोला हे भगवान मुझे इस बक्शे में यह नक्शा मिला जहां हम अपना सारा खजाना रखते है। फिर बिल्ली ने सोचा की यह तो किसी खास खजाने का नक्शा लगत है मैं खुद ही इसे हासिल करूंगी।
बिल्ली ने सभी चूहों को वहां से जाने को कहां और उस खजाने की ओर चल पड़ी। चूहों को पता था की बिल्ली ऐसा ही करेगी तो जल्दी से चूहे बिल्ली के आगे गए।
उन्होंने जानबूझकर रास्ता लम्बा रखा जिससे वह खजाना तक पहुंच कर थक जाएं। जब वहां वह पहुंची तो बहुत ही थक चुकी थी। उसे वहां कुछ नहीं दिखा।
उसे खजाना को देखने की बहुत उम्मीद थी। इसलिए वहां पर खजाना ढूंढ़ती रही। अत: खजाना ढूंढ़ते बिल्ली बहुत थक गई थी इसलिए वह जमीन पर बने लाल निशान पर बैठ गई।
बिल्ली ने लाल निशान को देखते ही खुदाई करना शुरू कर दिया। खोदते व्क्त वह अचानक गड्ढे में गिर गई। जैसे ही वह गिरी सभी चूहे ऊपर एकत्रित हुए और उसे देखने लगे।
फिर घनी ने बोला तुमने इतने दिन से जो भी किया है वह बहुत ही भयानक है। तुम्हें अपने किए की सजा मिलेगी। तुम यहीं पर अपनी बाकी जिदंगी के लिए क़ैद रहोगी।
घनी और बाकी चूहों ने उस गड्ढे को बंद कर दिया और इस बंगले में वापस चलें गए। घनी ने बाकी चुराएं हुए गहनों को लोगों को वापस कर दिया और आखिरकार अब चूहे आजाद थे।
5. बिल्ली की कहानियां- बिल्ली गयी दिल्ली (Billi Gayi Dilli Story in Hindi)
एक बार थी एक चंचल सी बिल्ली जो अपने परिवार के साथ रहती थी। उसका नाम था टिली, कुछ दिन बाद खाने के कमी की वजह से सारी बिल्लियों को भूखा रहना पड़ा। जैसे ही खाना ओर कम होता गया तो एक बंदर से संदेश मिला जो दिल्ली में रहता था।
जिसमें बिल्ली के दोस्त बंदर ने लिखा था अगर खाने खत्म हो गया है तो दिल्ली आ जाओ, यहां तुम्हें भरपेट खाना मिलेगा।
बस फिर क्या था बिल्ली ने गाड़ी पकड़ी और निकल गई दिल्ली। लेकिन इंडिया गेट पहुंचने के बाद बिल्ली अपने बंदर दोस्त को ढूंढ रही थी।
आखिर बंदर दोस्त किटो बिल्ली को मिल गया और अपने दोस्त टिली को गले से लगाया। बिल्ली ने बंदर दोस्त से कहा ‘मुझे बहुत भूख लगी है। तो बंदर ने उसे मूंगफली का एक थैला खरीदकर ले दिया।
फिर बिल्ली ने बंदर दोस्त को अलविदा कहा और अपनी रास्ते चल पड़ी। रास्ते में अचानक भालू उसके सामने आ गया, भालू ने देखा की बिल्ली एक बड़ा सा मूंगफली का बोरी ले जा रही थी।
तो उसने गुस्से से इशारा किया उसको वह बोरी देने के लिए टिली को समझ नहीं आया की वह क्या करें? तो वह बिना रूके भालू कौन ढकेल के आगे निकल गई। भालू गिरा नीचे और उसको दिखने लगे तारें, उस दिन भालू अपने चार अन्य भालू दोस्त के साथ टिली का वापस आने का इंतजार कर रहा था।
एक दिन भालू और उसके दोस्त कुतुबमीनार के पास खड़े हुए थे जब उन्होंने दूर से टिली को आते हुए देखा, सारे भालू तैयार हो गए उसका सामना करने।
टिली तेजी से आई और सारे भालू को लात मारकर चली गई। अगली बार जब टिली किटो से मूंगफली लेने आई तो किटो ने देखा की टिली कुछ परेशान थी।
टिली ने भालू वाली सारी बातें किटों को बता दी फिर किटों ने फैसला किया की वह भी टिली के साथ जाएगा। वापस जाते हुए उन्हें फिर से रास्ते में भालू दिखाई दिया लेकिन बंदर दोस्त जान गया था भालू बहुत भोला सा है इसलिए वह मूंगफली के दो बोरियों को अपने साथ ले गया ताकि वह एक बोरी भालू को दे सकें।
मूंगफली की बोरी देख भालू ने बिल्ली और बंदर को गले से लगा लिया। टिली ने भालू को एक मूंगफली का बोरी दिया और भालू मूंगफली खाते-खाते नाचने लगा। एक बोरी मूंगफली के साथ टिली अपने घर निकल पड़ी और किटों वापस दिल्ली चला गया।
हम आशा करते हैं हमारे द्वारा दी गई Cat Story For Kids in Hindi पढ़कर आपको जरूर मजा आया होगा। यह Cat Short Story in Hindi, Cat Story in Hindi न केवल बच्चों को पढ़ने में अच्छी लगती है बल्कि यह बड़े लोगों के मनोरंजन का साधन भी बनती है और हमें अपना गुजरा हुआ कल याद दिलाती है। यदि आपको यह कहानियां पसंद आयी हो तो आप हमकों इसके बारे में नीचे Comment भी कर सकते हैं।
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