3 Best Karmo Ka Fal Stories in Hindi For Kids | कर्मों का फल कहानियाँ

हेलो दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको Karmo Ka Fal Stories in Hindi के बारे में बताने जा रहे है। इन कर्मों का फल कहानियां से आपको बहुत अच्छी बातें सीखने को मिलेगी। जिनको आप अपनी जीवन में प्रयोग करके सफलता की राह को आसानी से पा सकते है। यह कहानियां बेहद ही रोचक और मनोरंजन भरा है जिसे पढ़कर आपको और बच्चों को बहुत मजा आएगा‌।

1. Karmo Ka Fal Stories in Hindi – पंडित और चोर

एक पंडित व चोर प्रतिदिन शिव मंदिर जाते थे‌। एक दिन चोर को मंदिर के द्वार पर सोने की अशरफिया मिली और पंडित के पैर में लोहे की कील चुभ गई। तभी भगवान शिव प्रकट हुए और दोनों को उनके कर्मों का महत्व बताते हुए समझाया।

शिव मंदिर में नित्य एक पंडित और एक चोर आते थे‌। पंडित अत्यंत भक्तिभाव से शिवलिंग पर फल और दूध चढ़ाकर पूजा करता था। वहीं बैठकर शिवस्तोत्र का पाठ करता था और घंटों श्रद्धा से शिव का ध्यान करता।

दूसरी ओर उसी शिव मंदिर में एक चोर भी प्रतिदिन आता था। वह आते ही शिवलिंग पर डंडे मारना शुरू कर देता और अपने भाग्य को कोसता हुआ भगवान को अपशब्द कहता।

अपनी विपन्नता का सारा दोष वह भगवान शिव पर मढ़ता और उन्हें अन्यायी व पक्षपाती ठहराता। एक दिन पंडित और चोर के साथ-साथ ही मंदिर में आए और अपने प्रतिदिन की प्रक्रिया दोहराई।

काम भी दोनों का साथ ही खत्म हुआ और दोनों का साथ ही बाहर आना हुआ। तभी चोर को द्वार के बाहर आने सोने को अशर्फियों से भरी थैली मिली और पंडित के पैर में लोहे की कील से गहरा घाव हो गया।

अशर्फियां मिलने से चोर को अत्यंत प्रसन्नता हुई लेकिन पैर में गहरा घाव होने के कारण पंडित बड़ा दुखी हुआ और रोने लगा। तभी भगवान शिव वहां प्रकट हुए और पंडित से बोले- पंडितजी! आज के दिन आपके भाग्य में फांसी लगनी लिखी थी किंतु मेरी पूजा करके अपने सत्कर्म से फांसी को आपने केवल एक गहरा घाव में बदल दिया।

इस चोर को आज के दिन राजा बनकर राजसिंहासन पर बैठना था किंतु इसके कर्मों ने इसे केवल स्वर्णमुद्रा का ही अधिकारी बनाया। जाओ अपने कर्म करो।

वस्तुत: अपना भाग्य निर्माता मनुष्य स्वयं ही होता है। यदि वह अच्छे कर्म करेगा तो सुपरिणाम के रूप में बेहतर भाग्य पाएगा और दुष्कर्मों का फल दुर्भाग्य का पात्र बनाता है।


2. Karmo Ka Fal Stories in Hindi – राधा और दो बेटे

Karmo Ka Fal Stories in Hindi

एक राधा नाम की महिला थी। उसके दो बेटे थे। बड़े बेटे का नाम पुनीत और छोटे बेटे का नाम सुमित था। बचपन में वह दोनों बड़े प्रेम से रहते थे परंतु छोटा भाई सुमित अपनी मां की बात नहीं मानता था।

जब वे दोनों बड़े हो गए तब उनकी शादी हो गई। वे दोनों अच्छे से रहने लगे परंतु एक दिन राधा की पति की मृत्यु हो गई। अब राधा अकेली पड़ गई थी और बड़ा बेटा पुनीत कोई शहर में काम करता था। छोटा बेटा गांव में ही काम करता था।

छोटा बेटा संपत्ति पाने के लालच में अपनी मां को घर से निकाल देता है पर जब यह बात बड़े बेटे को पता चली तो उसने अपनी मां को अपने साथ रख लिया और उसका भरण पोषण करने लगा।

कई साल बीत गए इसी तरह उसने अपनी मां का ख्याल रखना जारी रखा। सुमित के दो बेटे थे वह भी अपने पिता के जैसे थे। जब वह बड़े हो गए तब उसने भी संपत्ति के लालच में अपने पिता और मां को घर से निकाल दिया और सारी संपत्ति आपस में बांट ली और उसने अपने पिता से कहा जिस तरह उसने अपनी मां को घर से निकाला है।

उसी तरह एक दिन नियति ने भी उसे घर से निकाल दिया तब सुमित को अपने गलती का पछतावा हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

सीख: हमें अपने मां पिता का हमेशा सम्मान करना चाहिए। चाहे उनके पास कोई धन हो या ना हो। उनके प्रेम के सामने धन बहुत ही छोटी चीज है।


3. Karmo Ka Fal Stories in Hindi – ग्वाला और बनिया

एक गांव में ग्वाला रहता था। वह रोज अपने गांव में एक बनिए को आधा किलो माखन बेचता था। एक दिन बनिया अपने घर गया। और उसनें सोचा कि आज मक्खन तोलके देखता हूं ताकि पता चल जाये कि मुझे सही मात्रा में मक्खन मिलता हैं या नहीं।

उसने वजन किया तो पता चला की मक्खन आधा किलो से कम था। इस पर बनिए को बहुत गुस्सा आया और वो उस ग्वालो को कोर्ट में ले गया। कोर्ट में जज ने ग्वाले से पूछा तुम मक्खन को तोलने के लिए क्या इस्तेमाल करते हो, ग्वाले ने जवाब दिया हुजूर, मैं अनपढ़ हूं।

मेरे पास कोई आधा किलो का बाट भी नहीं हैं, जज ने पूछा तो तुम मक्खन को कैसे तोलते हो ग्वाले नू जवाब दिया हुजूर, मैं बहुत समय से रोज इस बनिए के दुकान से आधा किलो आटा खरीदता हूं और जो भी आटा लाता हूं उसके बराबर मक्खन तोलकर इस बनिए को दे देता हूं। अगर कोई दोषी है तो वह बनिए खुद हैं जो मुझे रोज कम आटा तोलता है।

सीख: यह कहानी हमें सीखाती है के हम भूल जाते है गुन्हा करके या हम भूल जाते है नेकी करके लेकिन ये प्रकृति हमेशा याद रखती है और वक्त आने पर हमें लौटाती है इसलिए कल के लिए सबसे अच्छी तैयारी आज कुछ अच्छा करो।


हमें उम्मीद है की आपको हमारी Karmo Ka Fal Stories in Hindi पढ़ कर जरूर मजा आया होगा। यह Short Stories in Hindi, Short Hindi Kahaniyan न केवल बच्चों को पढ़ने में अच्छी लगती है बल्कि यह बड़े लोगों के मनोरंजन का साधन भी बनती है और हमें अपना गुजरा हुआ कल याद दिलाती है। यदि आपको हमारी कर्मों का फल कहानियाँ पसंद आयी हो तो आप हमकों इसके बारे में नीचे comment भी कर सकते है।


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