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Best 53+ Small Kids Story in Hindi with Moral लाजवाब कहानी 2022

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हेलो दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको Small Kids Story in Hindi के बारे में बताने जा रहे है। यह किड्स स्टोरी इन हिंदी को पढ़कर आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। ये मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी बेहद ही रोचक और मनोरंजन भरा है जिसे पढ़कर आपको और बच्चों को बहुत मजा आएगा।

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1. Small Kids Story in Hindi – चतुर मुर्गे की कहानी (Chatur Murga) 

 

Small Kids Story in Hindi

एक पेड़ पर मुर्गा रहा करता था। वह रोज सुबह सूरज निकलने से पहले उठ जाता था‌। उठने के बाद वह दाना-पानी चुगने के लिए चला जाता था और शाम होने से पहले वापस लौट आता था।

वहां एक चालाक लोमड़ी भी रहती थी‌। वह रोज मुर्गे को देखती और सोचती ” कितना बड़ा और बढ़िया मुर्गो है। अगर यह मेरे हाथ लग जाए तो कितना स्वादिष्ट भोजन बन सकता है”। लेकिन मुर्गों कभी भी उस लोमड़ी के हाथ नहीं आता था।

एक दिन मुर्गों को पकड़ने के लिए लोमड़ी ने एक तरकीब निकाली। वह उस पेड़ के पास गई जहां मुर्गा रहता था और कहने लगी, “अरे ओर मुर्गो भाई!क्या तुम्हें खुशखबरी मिली बड़ों ने मिलकर सारे लड़ाई-झगड़े खत्म करने का फैसला किया है।

आज से कोई जानवर किसी दूसरे जानवर को नुकसान नहीं पहुंचाएगा‌। इसी बात पर आओ, नीचे आओ। हम गले लगकर एक-दूसरे को बधाई दें!

लोमड़ी की ये बात सुनकर मुर्गो ने मुस्कराते हुए उसकी तरफ देखा और कहा, अरे वाह लोमड़ी बहन ये तो बहुत अच्छी खबर है। पीछे देखो, शायद इसलिए हमसे मिलने हमारे कुछ ओर दोस्त भी आ रहे हैं।

लोमड़ी ने हैरान हो कर पूछा, दोस्त? कौन दोस्त? मुर्गे ने कहा, “अरे वो शिकारी कुत्ते, वो भी हमारे दोस्त हैं न? कुत्तों का नाम सुनते ही, लोमड़ी ने न आव देखा न ताव और उनके आने की उलटी दिशा में दौड़ पड़ी।

मुर्गे ने हंसते हुए लोमड़ी से कहा, “अरे-अरे। लोमड़ी बहन कहा भाग रही हो? अब तो हम सब दोस्त हैं न? “हां-हां दोस्त तो है, लेकिन शायद शिकारी कुत्तों को अभी तक यह खबर नहीं मिली है” यह कहते हुए लोमड़ी वहां से भाग निकली और मुर्गे की सूझबूझ की वजह से उसकी जान बच गई‌।

सीख – किसी भी बात पर हमें आसानी से विश्वास नहीं करना चाहिए।

2. Small Kids Story in Hindi – कुत्ता जो विदेश चला गया (The Dog Who Went Abroad)

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एक गांव में चित्रांग नाम का एक कुत्ता रहता था। वहां आकल पड़ गया अनाज की कमी हो गई। चित्रांग ने आकल से बचने के लिए दूसरे गांव कि राह ली। वहां पहुंचकर उसने एक घर पर चोरी से जाकर भरपेट खाना खा लिया।

घर से बाहर निकलते ही आसपास के सभी कुत्तों ने उसे घेर लिया। खूब लड़ाई हुई, चित्रांग के शरीर पर कई चोटे आई गई। चित्रांग ने सोचा इससे तो अपना गांव ही अच्छा है। जहां केवल आकल है बल्कि जान के दुश्मन तो नहीं।

यह सोचकर वह वापस आ गया। अपने गांव आने पर उसे सब कुत्तों ने पूछा चित्रांग दूसरे गांव की बात सुना वहां खाने-पीने की चीजें कैसी है? चित्रांग ने कहा दिया मित्रों उस गांव में खाने-पीने की चीजें बहुत अच्छी है लेकिन अपने लोग और दोस्त भी अच्छे है।

3. किड्स स्टोरी इन हिंदी – लालची कुत्ता (Greedy Dog)

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एक बार एक कुत्ते को बहुत जोर से भूख लगी थी। तभी उसे एक रोटी मिली। वह उस रोटी का पूरा आनंद लेना चाहता था। इसलिए वह उसे शांति से बैठकर खाने की इच्छा से रोटी को अपने मुँह में डाल कर नदी की ओर चल दिया।

नदी पर एक छोटा सा पुल था। जब कुत्ता नदी पार कर रहा था‌ तभी उसे पानी में अपनी परछाई दिखाई दी। उसने अपनी परछाई को दूसरा कुत्ता समझा और उसकी रोटी छीनना चाहा। रोटी छीनने के लिए उसने भौंकते हुए नदी मैं छलांग लगा दी।

मुँह खोलते ही उसके मुँह की रोटी नदी के जल में गिर कर बह गई और लालची कुत्ता भूखा रह गया।

सीख: हमें लालच नहीं करना चाहिए।

4. किड्स स्टोरी इन हिंदी – बंदर और दो बिल्लियां (The Monkey and Two Cats)

एक बार दो बिल्लियां आपस में लड़ रही थी। दोनों में से एक ने रोटी देखी। दूसरे ने उछल कर उसे उठाया। पहले बिल्ली ने कहा ” मुझे रोटी दो। मैंने इससे पहले देखा। दूसरी बिल्ली ने कहा ” मैने इसे पहले उठाया।

“वे लड़ रही थी‌ लेकिन कोई हल नहीं निकला। तभी एक बंदर पास से गुजरा। उसने सोचा “कैसी मुर्ख बिल्लियां है। मुझे इस स्थिति का फायदा उठाना चाहिए।

उसने बिल्लियां के पास आकर कहा “लड़ाई मत करो। मुझे आप दोनों में रोटी बांटने दो”। बंदर ने रोटी को दो भागों में विभाजित किया। उसने कहा “एक बड़ा है। एक छोटा है।”

उसने बड़ा टुकड़ा थोड़ा खाया और कहा “यह अब छोटा हो गया है।” फिर उसने दूसरे आधे हिस्से से थोड़ा खाया और इस प्रकार, वह दोनों टुकड़ों से भोजन करता रहा और अंत में पूरी रोटी खा गया। बेचारी बिल्लियां निराश थी‌।

सीख – जब आप झगड़ते हो तो किसी और को फायदा होता है।

5. Kids Story in Hindi – प्यासा कौआ (Thirsty Crow)

एक बार एक कौआ बहुत प्यासा था। उसको कहीं पानी नहीं मिल रहा था‌। बहुत ढूंढ़ने पर उसको एक घड़ा दिखाई दिया। घड़े में थोड़ा सा पानी था। कौए की चोंच पानी तक नहीं पहुंच पा रही थी।

वह बड़े ध्यान से सोचने लगा और उसे एक उपाय सूझा। पास ही पत्थर के कुछ टुकड़े थे। कौए ने एक-एक पत्थर उठाया और घड़े में डालता गया। धीरे-धीरे पानी ऊपर आने लगा।

कौआ लगातार पत्थर डालता गया। जल्द ही पानी इतना ऊपर आ गया कि कौए की चोंच वहां तक आराम से पहुंच गई। तब कौए ने पानी पिया और अपनी प्यास बुझाई।

6. Kids Story in Hindi – लोमड़ी और कौआ (The Fox & The Crow)

एक दिन जब लोमड़ी बाहर निकल रही थी। लोमड़ी ने एक कौआ देखा। कौआ नीचे कूदा और अपनी चोंच में रोटी का एक टुकड़ा उठाकर पास के पेड़ पर जाकर बैठ गया।

चतुर लोमड़ी ने सोचा ” यह रोटी का एक स्वादिष्ट दिखने वाला टुकड़ा है। मेरे पास रोटी का वह टुकड़ा होना चाहिए!” लोमड़ी ने जल्दी से दिमाग में एक योजना बनाई और कौए से पूछा, “आप कैसे हो? आप तो बहुत ताकतवर दिख रहे हो! आपके पंख इतने चमकदार और काले दिखते है और आपकी आंखें हीरे की तरह चमकती है।

लोमड़ी ने फिर कहा यदि आप गा सकते है, तो मुझे आपको सभी पक्षियों की रानी कहना होगा। तारीफों से खुश होकर कौवे ने गाना शुरु किया, जैसे हीं उसने अपना मुंह खोला वैसे ही रोटी नीचे गिर गई जिसका लोमड़ी इंतजार कर रहा था।

लोमड़ी ने कहा मुझे वहीं मिला, जो मैं चाहती थी। अरे नहीं! तुमने मेरी रोटी चुरा ली है। कौआ जोर से चिल्लाया। लोमड़ी ने जवाब दिया ‘ यह एक जाल था जिसे मैंने खुद बनाया, जिसमें आपको तारीफ मिली, और मुझे स्वादिष्ट रोटी।

सीख – किसी पर, कभी भी, इतनी जल्दी भरोसा न करें।

7. Hindi Reading Stories – सच्चे साथी (True Friends) 

Small Kids Story in Hindi

एक बार की बात है, राधा नाम की लड़की अपने पिता के साथ रहती थी। उसकी मां बचपन में ही गुजर गई थी। वह अपने घर का काम करती और फिर कॉलेज जाती थी‌। कॉलेज जाते समय वह रोज रास्ते में एक जगह पक्षियों को दाना डालती थी।

उसके घर में भी दो पक्षी थे‌‌। उनको भी वो रोज दाना डालती थी। एक दिन उसको पक्षियों को दाना डालते जमींदार के बेटे ने देख लिया। उसने अपने पिता से जाकर राधा से शादी करने की इच्छा जताई।

जमींदार ने राधे के पिता से बात करके अपने बेटे की शादी राधा से करा दी‌‌। राधा अपने साथ घर के 2 पक्षी भी ससुराल लेकर गई‌‌। वह उन पक्षियों को रोज दाना डालती थी। राधा की सास को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं था।

वह उन पक्षियों को परेशान करती थी‌। वह उनका दाना पानी भी जमीन में फेंक देती थी‌। एक दिन राधा कि सास ने पक्षियों का पिंजरा ही जमीन पर फेंक दिया। उसे यह करते हुए राधा ने देख लिया।

इन सब बातों से राधा परेशान रहने लगी। एक दिन राधे के पति ने परेशानी का कारण पूछा तो उसने सारी बात बता दी। अपने पति के कहने पर राधा ने उन दोनों पक्षियों को बाकी के पक्षियों के साथ पार्क में ही छोड़ दिया।

वह उनको कभी-कभी दाना देने चाहती थी‌। अब पक्षी राधा के अच्छे मित्र बन गए थे‌। पक्षी अब राधे के घर भी आने लगे। राधा की सास को जब ये पता लगा तो वह बहुत गुस्सा हुई। वह राधा को उसके घर छोड़ने उसके साथ गयी।

रास्ते में कुछ चोरों ने राधा की सास के गहने चुराने की कोशिश की। तभी राधे के पक्षियों ने आकर चोरों पर हमला किया जिससे चोर भाग गए।

अब राधा कि सास की सोच पक्षियों के प्रति बदल चुकी थी। उसने राधा से कहा ” अब हम दोनों दाना देने चला करेंगे और पहले के दो पक्षियों को घर वापिस लेकर आएंगे। यह बात सुनकर राधा बहुत ही खुश हुई।

सीख – इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की हमें जानवरों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए।

8. Hindi Reading Stories – चिड़िया और बन्दर (The Bird and The Monkey)

एक पेड़ पर चिड़िया का घोंसला था। एक दिन ठंड से कांपते हुए चार बंदरों ने उसी पेड़ के नीचे आश्रय लिया‌। एक बंदर बोला ‘कहीं से आग तापने को मिले तो ठंड दूर हो जाती हैं’।

दूसरे बंदर ने सुझाया ‘यहां कितनी सूखी पत्तियां गिरी पड़ी है। इन्हें इकट्ठा करके सुलगाने का उपाय सोचते है ‘।

बंदरों ने सुखी पत्तियों का ढेर बनाया और बैठकर सोचने लगे की ढेर को कैसे सुलगया जाए। तभी एक बंदर की नजर दूर हवा में उड़ते एक जुगनू पर पड़ी और वह उछल पड़ा।

उधर ही दौड़ता चिल्लाने लगा। देखो हवा में चिंगारी उड़ रही है। इसे पकड़कर ढेर के नीचे रखकर फूंक मारने से आग सुलग जाएगी।

बाकी बंदर भी उधर दौड़ने लगे। पेड़ पर अपने घोंसले में बैठी चिड़िया यह सब देख के बोली ‘यह चिंगारी नहीं है, यह तो जुगनू है!

एक बंदर क्रोध से गुर्राया ‘मूर्ख चिड़िया चुपचाप घोंसला में दुबकी रह! चिड़िया ने सलाह दी ‘आप गलती कर रहे हैं। जुगनू से आग नहीं सुलगेगी। दो पत्थरों को टकरा कर उससे चिंगारी पैदा करके आग सुलगाइए।

सारे बंदर आग न सुलगा पाने के कारण खीजे हुए था‌। एक बंदर क्रोध से भरकर आगे बढ़ा और उसने चिड़िया पकड़कर जोर से पेड़ के तने पर मारा। चिड़िया फड़फड़ाती हुई नीचे गिरी और मर गई।

सीख – बिना मांगे किसी को सलाह नहीं देनी चाहिए।

9. Hindi Reading Stories – बोलने वाली गुफा (The Cave that Talked)

किसी जंगल में एक शेर रहता था। एक बार वह दिन भर भटकता रहा किंतु भोजन के लिए कोई जानवर नहीं मिला। थककर वह एक गुफा के अंदर आकर बैठ गया। उसने सोचा की रात में कोई न कोई जानवर इसमें अवश्य ही आएगा।

आज उसे ही मारकर मैं अपनी भूख शांत करूंगा। उस गुफा का मालिक एक सियार था। वह रात में लौटकर अपनी गुफा में आया उसने गुफा के अंदर जाते हुए शेर के पंजे के निशान देखे। उसने ध्यान से देखा और उसने अनुमान लगाया की शेर अंदर तो गया परंतु अंदर से बाहर नहीं आया है।

सियार समझ गया की उसकी गुफा में कोई शेर बैठा है। चतुर सियार ने तुरंत एक उपाय सोचा वह गुफा के भीतर नहीं गया उसने द्वार से आवाज लगाई ‘ओ मेरी गुफा तुम चुप क्यों हो? आज बोलती क्यों नहीं हो? जब भी मैं बाहर से आता हूं, तुम मुझे बुलाती हो। आज तुम बोलती क्यों नहीं हो?

गुफा में बैठे हुए शेर ने सोचा ऐसा संभव है की गुफा प्रतिदिन आवाज देकर सियार को बुलाती हो। आज ये मेरे भैय के कारण मौन है। इसलिए आज मैं ही इसे आवाज देकर अंदर बुलाता हूं। ऐसा सोचकर शेर ने अंदर से आवाज लगाई ‘आ जाओ मित्र! अंदर आ जाओ।

आवाज सुनते ही सियार समझ गया की अंदर शेर बैठा है। वह तुरंत वहां से भाग गया और इस तरह सियार ने चालाकी से अपनी जान बचा ली‌।

10. Hindi Reading Stories – हाथी और तोता (Naughty Parrot and Elephant)

एक तोता बड़े लम्बे समय से पिंजरे में रहकर-रहकर तंग आ चुकी थी। वह खुले आकाश में उड़ना चाहती थी। बहुत प्रयत्न करने के बाद तोता पिंजरे से बाहर जंगल में आ पहुंची‌। तोते को जंगल का वातावरण बहुत पसंद आ गया।

हर रोज तरह-तरह के मीठे फल खाती थी। पगली जैसी उछलती-फिरती जंगल के चारों ओर घूमती थी। अपना जीवन बहुत खुशी-खुशी बिताने लगी। एक दिन तोता को बड़े पेड़ के नीचे सोता हुआ हाथी दिखाई दिया। उसे ऐसे देखते ही तोते को एक नटखट उपाय आया।

चाहे कुछ भी हो वो हाथी को परेशान करके उसे नींद से जगाना चाहती थी। पेड़ से नीचे आई और अपने चोंच से हाथी के सिर पे चभाई‌। इससे हाथी जाग गई। आंखें खोलकर देखी तो तोता पेड़ के ऊपर जाकर हंसने लगी। हाथी नाराज होकर कहीं ‘अरे तोता क्या परेशानी है? तोता- मजाक है मेरे दोस्त हंसने लगी!

हाथी को कुछ फर्क नहीं पड़ा आंखें बंद कर फिर से सो गई। कुछ देर तक तोता फिर से नीचे हाथी के पास आकर दोबारा उसको परेशान की और तुरंत वहां से आकर पेड़ के पास चली गई। हाथी गुस्से से चिल्लाई- अरे तू फिर से आ गई क्या कुछ काम नहीं है क्या?

तोते को ये बहुत मजाक लगा। बार-बार तोता ऐसे ही शरारत करने लगी। हाथी तंग हो चुकी थी और कुछ करना नहीं चाहा तो वहां से उठकर चली गयी। तोते को ओर मजा आ गया। फिर से एक ओर बार हाथी को अपने चोंच से चुभी। हाथी क्रोधित हो गई और कुछ न कुछ करके उस तोते को सबक सिखाने का निर्णय ली।

हाथी तलाब में चली गयी और अपने सिर को छोड़कर पूरे शरीर को पानी में डूबा लिया। इस चीज को देख तोते को बहुत मजा आया वह सोची “अरे मेरे से डर कर हाथी तलाब में जाकर छिप गई”। फिर से तोता वहां जाकर हाथी के ऊपर बैठ गई।

हाथी को पता था की तोता आएगी। इसलिए उसने पहले से ही अपने सूंड पर पानी भर रखी थी‌। तोता चुभने ही वाली थी इतने में हाथी ने तोते पर झटके से पानी तोते पर छोड़ी। तोते को बहुत जोर से लगी और तालाब में गिर गई जान के लिए तड़प रही थी।

हाथी को तोते के ऊपर दया आ गई और उसे पानी से निकालकर जमीन पर में रख दिया। तोते ने हाथी से माफी मांगी और हाथी जोर से हंसकर वहां से चली गई‌।

सीख- मजा करने का भी एक हद होती है, उसे जानकर व्यवहार करनी है। दूसरों के द्ववारा तुम आदर चाहते हो तो तुम उसका आदर करो।

11. चिल्ड्रन स्टोरी इन हिंदी – दो घड़ों की कहानी (Story of Two Pots)

ये कहानी गांव से शुरू होती है जहां बहुत ही मेहनती और ईमानदार मटका बनाने वाला आदमी रहता था। उसका नाम राजेश था। राजेश रोज अपने दो मटकों में पानी भरकर जमींदार की जमीन पर जाया करता था।

उसके पास दो मटके थे। जिसमें से एक टूटा हुआ था और एक बिल्कुल ठीक था‌। एक दिन राजेश दोनों मटकों में पानी भरकर जमींदार की जमीन पर जा रहा था। तो ठीक मटके ने टूटे हुए मटके से कहा “मैं तुमसे ज्यादा पानी ले जा सकता हूं तुम तो टूटे हुए हो तुमसे तो ज्यादा पानी निकल जाता है”।

ये सुनकर टूटे हुए मटके को बहुत दुख हुआ। उसको बहुत छोटा और बुरा महसूस हो रहा था। उसको बहुत तकलीफ हुई की सारा पानी उससे निकल जाता है। आगे सोचते हुए टूटे मटके ने सोचा की वो राजेश को उसे बदलने के लिए बोल देगा‌ लेकिन ये बात बोलने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था‌।

एक दिन जब राजेश अपने दोनों मटकों को पानी से भरकर जमींदार के जमीन से जा रहा था‌ तो टूटे मटके ने राजेश से कहा “तुम मुझे बदल दो मैं तुम्हारें किसी काम का नहीं हू़ं क्योंकि मैं तुम्हारे कोई काम नहीं आता‌ हूं‌। मुझमें छेद है मैं पुराना हो गया हूं।

मुझसे सारे पानी निकल जाता है और तुम्हें अच्छे और नई मटके की जरूरत है इसलिए तुम मुझे बदल दो। राजेश ने उसका दुख समझा और बहुत देर सोचने के बाद बोला “क्या तुम रास्ते के किनारे ये पौधे देख रहे हो। जब भी मैं पानी लेकर आता हूं मैं ध्यान रखता हूं की तुम में से पानी निकलकर इन पौधों में लगातार गिरता रहे।

जबकि तुम्हारी पानी इन पौधों पर गिरता है तो ये पौधे अच्छे-अच्छे खुशबूदार बहुत सुंदर तरह के फूल निकालते है। फिर ये फूल भगवान को अर्पित किए जाते है। इसलिए तुम अपने आप को छोटा महसूस मत करो।

अगर तुम्हारा पानी इन पौधों में गिरता ही नहीं तो ना ये पौधे अच्छे-अच्छे खुशबूदार फूल उगा पाते। तुम दोनों ही मेरे लिए प्यारे हो तुम दोनों मिलकर रहा करना।

सीख – हमें सबका सम्मान करना चाहिए किसी को छोटा महसूस नहीं कराना चाहिए।

12. चिल्ड्रन स्टोरी इन हिंदी – नीले रंग की लोमड़ी (Story of Blue Fox)

एक दिन एक लोमड़ी खाने के तलाश में भटक रहा था। कुत्ते के झुंड ने जैसे ही उसको देखा वैसे ही उसका पीछा करने लगे। लोमड़ी अपनी जान बचाकर भागने लगा‌। जब वो लोमड़ी अपनी जान बचाकर भाग रहा था। वो गलती से नीले रंग की भरी टंकी में जा गिरा और जब तक कुत्ते नहीं गए।

वह वहीं छुपा रहा, लोमड़ी मौका पाकर धीरे से बाहर आया और जंगल की तरफ भाग गया‌। लोमड़ी जब जंगल में वापस जा रहा था तो उसे रास्ते में दूसरे जानवर दिखाई दिए। सारे जानवर उसे देखकर डर गए और उन्हें समझ में नहीं आया ऐसा क्यों हुआ।

वह बहुत देर तक चलता रहा और चलते-चलते तालाब में पहुंचा। जब वह तालाब में पहुंचा वो पानी पी रहा था। पानी में उसने अपनी परछाई देखी‌। उसका पूरा शरीर नीले रंग का हो गया था‌। अब उसे समझ आ गया था और वो ये देखकर बहुत खुश हुआ।

चालाक लोमड़ी ने एक युक्ति बनाई उसने जंगल के सारे जानवरों को बुलाया और कहा ‘ऊपर वाले का भेजा हुआ दूत हूं मैं आगे जाकर तुम लोगों का राजा बनूंगा और सब लोग मुझ से घरों मत।

सभी जानवरों ने उस अजीब से दिखने वाले जानवर की बात मान ली‌ और उसे राजा बना दिया। लोमड़ी जंगल का राजा बनकर आराम की जिंदगी बिता रहा था‌। एक दिन उसने दूसरे लोमड़ीयो की आवाज सुनी लोमड़ी खुद को रोक ना पाया‌ और वह भी बाकी लोमड़ीयों की तरह आवाजें निकालने लगा‌।

उसकी जानी पहचानी आवाजें सुनकर सारे जानवरों को पता चल गया की वे कौन था। सबने मिलकर उसकी बहुत पिटाई की और उसे जंगल से बाहर खदेड़ दिया। अपना असली अस्तित्व कोई नहीं छुपा सकता।

13. हिंदी स्टोरी फॉर किड्स पंचतंत्र – कामचोर गधा

एक आदमी के पास एक गधा था। वह गधा बहुत आलसी था। एक दिन उसके मालिक ने बाजार जाकर कुछ नमक बेचने की सोची। वह अपने गधे के पीठ पर नमक का एक बोरा रखकर बाजार की ओर चल पड़ा। जैसे ही वे दोनों रास्ते में नदी को पार करने लगे कि अचानक गधे का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर पड़ा।

गधे को चोट तो नहीं लगी, पर खड़े होने पर उसे ऐसा लगा कि उसकी पीठ पर रखे नमक के बोरे का बोझ कम हो गया‌। दूसरे दिन गधा फिर से कुछ नमक से भरा बोरा लेकर चल दिया। अब वह जानता था कि उसको क्या करना है। गधे को अब अपने पीठ पर लदा बोझ हलका करना था।

अतः जब गधा और उसका मालिक नदी पार करने लगे तो गधा फिर से नदी में फिसलकर गिर पड़ा। इस बार फिर से उसे अपनी कमर पर रखें नमक का बोझ हलका लगने लगा। उसने सोचा यह ठीक हुआ। गधे के मालिक ने उसकी यह चाल पहचान ली।

उसको बहुत क्रोध आया क्योंकि उसके नमक के बोरे में से सारा नमक बह गया था। उसने गधे को सबक सिखाना चाहा। तीसरे दिन गधे के मालिक गधे की पीठ पर रूई से भरा बोरा रखकर बाजार चल पड़ा। गधे ने सोचा की फिर से उसको अपनी चाल चलनी चाहिए।

जब वे दोनों नदी पार करने लगे तो गधा फिर से जान-बूझकर नदी में फिसल गया‌ ताकि उसकी कमर पर रखा बोझ हलका हो जाए‌ परंतु अबकी बार ऐसा नहीं हुआ‌। उसकी कमर पर रखा बोझ ओर भारी हो गया।

कामचोर गधे को उस बोझ को लेकर चलना ही था जो अब बहुत भारी हो गया था। वास्तव में गधे की कमर में बोरे में भरी रूई ने अपने अंदर पानी सोख लिया था‌। जब गधा जानबूझकर पानी में फिसला था। सच तो यह है कि अब गधे को तो वह बोझ लेकर चलना ही था।

सीख – यदि हम आलस के कारण काम को टालते हैं, तो हम ओर भी अधिक परेशानी या संकट में फंस सकते है। इस कारण काम से जी चुरानेवाला आदमी कामचोर कहलाता है।

14. हिंदी स्टोरी फॉर किड्स पंचतंत्र – मां की प्यारी सीख

चेतन अपनी मां के साथ एक बहुत अच्छे घर में रहता था। वह बहुत अच्छा लड़का था और सदा अपनी मां का कहना मानता था‌‌। चेतन की मां बहुत अच्छे पकवान बनाती थी‌। चेतन को पकवान खाना बहुत पसंद था। एक दिन चेतन की मां ने बहुत बढ़िया कुकीज बनाकर एक बड़े जार में रख दीं और फिर बाजार चली गई‌।

बाजार जाने से पहले चेतन की मां उसको कह गई थी कि अपना गृह कार्य समाप्त करने के बाद वह कुकीज खां सकता है। चेतन बहुत खुश हुआ। उसने जल्दी से अपना गृह कार्य समाप्त करके अपनी मां के लौटने से पहले ही कुकीज खानी चाहीं।

इसलिए वह एक स्टूल पर चढ़ गया‌। फिर उसने जार के अंदर हाथ डालकर ढेर सारी कुकीज निकालने की कोशिश की पर जार का मुंह छोटा होने के कारण वह अपना हाथ बाहर नहीं निकाल सका उसी समय उसकी मां बाजार से लौट आई।

जब उसने चेतन को देखा तो वह हंसने लगी और अपने बेटे चेतन से कहा चेतन हाथ से ढेर सारी कुकीज ‌छोड़कर केवल दो या तीन कुकीज हाथ में पकड़कर हाथ बाहर निकालो। मां की बात मानकर जब उसने सिर्फ दो कुकीज हाथ में पकड़ी तब वह आसानी से अपना हाथ बाहर निकाल सका।

तब उसकी मां ने प्यार से कहा, ऐसा करने से तुमने क्या सीखा? चेतन ने कहा मैने सीखा है कि किसी भी चीज का लालच अच्छी बात नहीं है। हमें हर चीज उतनी ही लेनी चाहिए जितनी हमें जरूरत हो।

15. हिंदी स्टोरी फॉर किड्स पंचतंत्र – दो दोस्त और भालू (Two Friends And A Bear)

एक बार दो दोस्तों को अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए एक जंगल को पार करना पड़ा। दोनों दोस्त जंगली जानवरों से बहुत डरते थे‌ और उन्होंने वादा किया था कि अगर उन्हें रास्ते में कोई जंगली जानवर मिल गया तो वे एक-दूसरे की मदद करेंगे।

वे गहरे जंगल में चले गए। अचानक उनके सामने की झाड़ियां हिलने लगी और दोनों यह सोच कर घबरा गए कि आखिर वह क्या था? तभी अचानक से एक भालू झाड़ियों के बीच से निकला और उनकी ओर बढ़ने लगा। दोनों इस बात से परेशान थे कि अब वे क्या करें।

एक दोस्त ने पेड़ पर चढ़ने का सुझाव दिया, लेकिन दूसरे दोस्त को तो‌ पेड़ पर चढ़ना ही नहीं आता था। भालू और करीब आ रहा था‌। दोनों दोस्तों में से एक जल्दी से पास के पेड़ पर चढ़ गया और जब दूसरे दोस्त ने उसकी मदद मांगी तो वह आगे नहीं बढ़ा।

तभी नीचे खड़े दोस्त ने जल्दी से कुछ सोचा और जमीन पर लेट गया और अपनी आंखें बंद कर ली। भालू आया और लड़के के चेहरे को सूंघने लगा और यह सोच कर कि वह मृत शरीर है, अपने रास्ते पर चल गया।

भालू के चले जाने के बाद, पेड़ पर चढ़े हुए दोस्त नीचे उतरा और पहले तो उससे पूछा की भालू ने तुम्हारे कान में क्या फुसफुसाया? दोस्त ने जवाब दिया भालू ने उसे उन दोस्तों की संगति से दूर रहने के लिए कहा था जो जरूरत के समय पर उसकी मदद नहीं करते।


हमें उम्मीद है की आपको हमारी Small Kids Story in Hindi पढ़ कर जरूर मजा आया होगा। यह Short Stories in HindiShort Hindi Kahaniyan न केवल बच्चों को पढ़ने में अच्छी लगती है बल्कि यह बड़े लोगों के मनोरंजन का साधन भी बनती है और हमें अपना गुजरा हुआ कल याद दिलाती है। यदि आपको हमारी कर्मों का फल कहानियाँ पसंद आयी हो तो आप हमकों इसके बारे में नीचे comment भी कर सकते है।

 

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